अब इस बेइन्साफी पर चुप क्यों ?

डॉ.बचन सिंह सिकरवार जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों को केन्द्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार द्वारा पश्चिमी पाकिस्तान से आकर यहाँ बसे लोगों को ' अधिवास प्रमाणपत्र ' दिये जाने के फैसले और ' सरफेसी अधिनियम ' को लेकर बेहद नाराजगी है। इनकी मुखालफत में अब ये हर तरह के हथकण्डे अपना रहे हैं । यहाँ तक कि ये लोग इन्हें पाकिस्तान भेजने की बात कर रहे हैं और उनकी तुलना बांग्लादेशियों से करते हैं। इस मामले में नेशनल कान्फ्रेंस खुलकर उनके साथ है और काँग्रेस दबे स्वर में। लेकिन इस मुद्दे पर हमेशा की तरह देश के पंथनिरपेक्ष राजनीतिक दल सपा , जदयू , बसपा , राकांपा , तृणमूल काँग्रेस , वामप न्थी पार्टियाँ , मानवाधिकारों के समर्थक और सहिषुणता के पक्षधर पूर्णतः शान्त बने हुए हैं , क्या इनकी यह उन ...