आगरा के अख़बार

डॉक्टर बचन सिंह सिकरवार आ गरा सदियों से कवियों , साहित्यकारों , इतिहासकारों की कर्मस्थली तो रहा ही है , यहाँ की पत्रकारिता का इतिहास भी कोई पौने दो सौ साल पुराना और अत्यन्त समृद्ध रहा है। इस नगर से हर तरह के अनेक पत्र-पत्रिाकाएँ निकलती रहीं हैं। मुगल साम्राज्य के संस्थापक जहीरुद्दीन मुहम्मद बाबर ने अपनी जीवनी ‘ तुजुके बाबरी ' में तत्कालीन घटनाओंं के साथ-साथ यहाँ के बारे में काफी लिखा है। उसके बाद कई इतिहासकारों ने आगरा की घटनाओं को अपनी पुस्तकों में दर्ज किया है। वैसे भी मुगल शासन में राज्य की घटनाओं का ब्यौरा लिखे जाने के मुकम्मल इंतजाम थे। जहाँ तक जनता के लोगों द्वारा आगरा के समाचार पत्र-पत्रिकाएँ निकाले जाने का प्रश्न है तो अब तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार यहाँ से पहले पहल सन् १८३२ में फारसी भाषा में ‘ आगरा अखबार ' प्रकाशित हुआ , जिसके सम्पादक डॉक्टर जॉन एण्डसन थे। इन्हीं ने यही अखबार सन् १८३३ में अँग्रेजी भाषा में भी निकाला। इसी वर्ष साण्डर्स ने अँग्रेजी में ‘ मफसलाईट अखबार ' प्रकाशित किया। सन् १८३३ में ही फारसी में ही ‘ जुबाद्दत-ए-इबारत ' य...