तब ही पाक बन्द करेगा कश्मीरी राग
डॉ.बचन सिंह सिकरवार पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे को गाहे-बगाहे हर जगह उठाने की अपनी पुरानी आदत से अब भी बाज नहीं आ रहा है। ऐसा करते हुए भारत के साथ सम्बन्ध सुधार की चल रहीं प्रक्रियाओं को धक्का पहुँचने का उसे जरा भी ख्याल नहीं आता। अगर ऐसा होता , तो क्या पाकिस्तान एक बार फिर इस्लामिक जगत् के सबसे बड़े संगठन ‘ इस्लामिक सहयोग संगठन ' ( ओआइसी)की इसी ७ फरवरी को काहिरा में हुई बैठक में जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकारों के हनन की जाँच के लिए उससे अपने स्वतंत्र दल जाँच दल भेजने के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम के उल्लंघन की संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक दल(यूएसएमओजी) से कराने का प्रस्ताव न देता ।क्षोभ की बात यह है कि इस संगठन ने भी खुशी-खुशी पाकिस्तान के इन प्रस्तावों को मंजूर कर लिया। इसके बाद भारत से अपने एक जाँच मिशन और अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन को दौरा करने की अनुमत...